पूर्व सीएम हरीश रावत ने कहा है कि कांग्रेस 2024 का लोकसभा चुनाव आर्थिक और सामाजिक न्याय के मुद्दे पर लड़ेगी। उत्तराखंड में इसके अलावा महिला सुरक्षा, दलित उत्पीड़न और बेरोजगारी को भी चुनावी हथियार बनाया जाएगा। बुधवार को कांग्रेस भवन में आयोजित पत्रकार वार्ता में हरीश रावत ने हैदराबाद में आयेाजित कांग्रेस कार्यसमिति बैठक के निर्णयों को साझा किया।
हरीश रावत ने कहा कि 2014 के बाद आर्थिक असमानता बढ़ी है, महंगाई बढ़ने के साथ ही लोगों की क्रय शक्ति घटी है। विकास का मॉडल रोजगार खत्म करने वाला है। इसलिए कांग्रेस 2024 में प्रति व्यक्ति आय से सम्पन्नता तय करने के बजाय, निम्न और मध्य वर्ग की वास्तवित आय बढ़ाने के मुद्दे पर चुनाव लड़ेगी।
कांग्रेस के लिए तरक्की का पैमाना अडाणी न होकर, आम लोगों की सम्पन्नता होगी। उन्होंने कहा कि कांग्रेस सामाजिक न्याय के लिए आरक्षण की मौजूदा 50 प्रतिशत सीमा बढ़ाए जाने के पक्षधर है। जबकि भाजपा सरकार आरक्षण खत्म करने का प्रयास कर रही है। उन्होंने जातीय जनगणना का भी समर्थन किया।
हरीश रावत ने कहा कि उत्तराखंड में कांग्रेस राज्य सरकार को अंकिता हत्याकांड के जरिए महिला स्वाभिमान, बेलड़ा प्रकरण को लेकर दलित उत्पीड़न और बेरोजगारों के सवाल पर घेरती रहेगी। साथ ही किसानों के सवालों पर कई जगह किसान सम्मान यात्रा आयोजित की जाएगी।